मछली पालन में चूने का उपयोग :-
1. यह पोषक तत्व कैल्शियम उपलबध कराने के साथ जल की अम्लीयता पर नियंत्रण रखता है।
2. चूना हानिकारक धातुओं को अवक्षेपित करता है। विभिन्न परजीवियों के प्रभाव से मछलियों को मुक्त कराता है ।
3. चूना तालाब के धुलनषील ऑक्सीजन स्तर को ऊंचा उठाता है।
4. नाईट्रोजन उर्वरकों के लगातार उपयोग से तथा जैविक पदार्थो से उत्पन्न अम्लों के कारण मिट्टी की अम्लीयता बढ़ जाती है । फलस्वरूप अम्लीयता की अवस्था में डाला गया फॉस्फोरस युक्त उर्वरक निरर्थक चला जाता है। अत: उर्वरकों के पूर्ण उपयोग के लिए अम्लीयता को खत्म करने या पीएच (6.5 से 8 तक) को बनाए रखने के लिए चुने का प्रयोग किया जाता है ।
नोट: जिन तालाबों में पीएच 10 से अधिक है वह तालाब में चूने का प्रयोग ना करें।