What is pond farming?

2020-11-09 00:28:15 Read time: 12min

यह मछलीपालन का सबसे आम तरीका है। कृत्रिम रूप से निर्मित तालाबों द्वारा एक सीमित क्षेत्र में पानी का रखरखाव किया जाता है जहां जलीय जीव जैसे कि मछलीए झींगा आदि पाले जाते हैं। तालाब नहर के पानीए बारिश के पानीए बोरवेल या अन्य जल स्रोतों से भरे जा सकते हैं। उचित स्थल चयन के बाद तालाब का निर्माण किया जाना चाहिए क्योंकि क्षेत्र की जलवायुए जल उपलब्धता और मिट्टी की गुणवत्ता तालाब के मछलीपालन को प्रभावित करती है।

तालाब निर्माण सामग्री के अनुसार मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते हैं:
1. मिट्टी का बना हुआ तालाब (Earthen ponds)
2. चारदीवारी तालाब (Walled ponds)
3. लाइनर तालाब (Liner ponds)

1. Earthen ponds: मिट्टी का बना हुआ तालाब का निर्माण पूरी तरह से मिट्टी की सामग्री से किया जाता है। यह सबसे आम तालाब हैं। मिट्टी का प्रकार प्रभावित करता है कि तालाब कितनी अच्छी तरह से पानी पकड़ेंगे। तालाब बनाने के लिए 20 प्रतिशत चिकनी मिट्टी की निचली सीमा आवश्यक है। यह तालाब 10 फीट से अधिक गहरे नहीं होने चाहिए और बेहतर प्रबंधन के लिए तालाबों का आकार 20 एकड़ से कम होना चाहिए।

2. Walled ponds: चारदीवारी तालाब (Walled pond) आमतौर पर ब्लॉकए ईंट या कंक्रीट की दीवारों से घिरा होता है।

3. Liner ponds: लाइनर तालाब (Liner ponds) ऐसे मिट्टी के तालाब हैं जिसकी निचली परत एक अभेद्य सामग्री जैसे कि प्लास्टिक या रबर शीट से बनी होती है। लाइनर पानी को मिट्टी में जाने से बचाते हैं। वे पानी और मिट्टी के बीच एक अभेद्य परत बनाते हैंए जिससे पानी का नुकसान नही होता है। हालाँकिए एक तालाब का लाइनर केवल तभी काम करता है जब वह लीक से मुक्त हो। एक लाइनर में तीन कारणों से लीक आ सकती हैरू
a. लाइनर में पंचर
b. लाइनर कपड़े के जोड़ों में लीक।
c. समय के साथ लाइनर का क्षतिग्रस्त होना।
 


Dustin Warren
Marketing Manager
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