नाम : ग्रासकार्प
स्थान : इस मछली को चीन मे भोजन के लिए पाला जाता है लेकिन यूरोप और अमेरिका मे जलीय खरपतवार नियंत्रण के लिए इस को पेश किया गया था अब यह पूरे विश्व मे उपलब्ध है
शारीरिक ढांचा : इसका शरीर बडा, सिर लगभग गोल और समतल, चानेबडे, निचला जबडा छोटा और छोटी आँखे होती है इसका रंग भूरा होता है और पेट का रंग सफेद होता है और किनारे बाहर की ओर से सिल्वर होते है
आहार : ग्रासकार्प जलीय पौधे और अवांछनीय शौवाल खा कर पानी की गुणवत्ता को बनाए रखती है
प्रजनन : भारत मे यह मछली मइ, जून के महीनो मे अंडे देने के लिए तैयार हो जाती है यह मछली अपने शरीर के प्रति किलोभार के अनुसार 0.80-1.0 लाख अंडे देती है बिकी योग्य बनने के लिए समय : एक वर्ष मे यह मछली 1-1.5 किलो तक हो जाती है