बेक्टीरियल हिमारैजिक सेप्टीसिमिया :लक्षण व उपचार:-
लक्षण :- यह मछलियों में ऐरोमोनाँस हाइड्रोफिला व स्युडोमोनास फ्लुरिसेन्स नामक जीवाणु से होते है इसमें शरीर पर फोड़े, तथा फैलाव आता है, शरीर पर फूले हुए घाव हो जाते है जो त्वचा व मांसपेशियो में हुए नुक़सान को दर्शाता है, पंखों के आधार पर घाव दिखाई देते हैं।
उपचार :-
1. पोखरों में पोटेशियम परमेगनेट/ लाल दवाई(प्रति एकड़ 400 ग्राम) का घोल डालना चाहिए।
2. टेरामाइसिन को भोजन के साथ 65-80 मि.ग्राम प्रति किलोग्राम भार से 10 दिन तक लगातार दें