मत्स्य पालन इतिहास
कौटिल्य के अर्थशास्त्र (321-300 ई.पू.) जैसे ऐतिहासिक ग्रंथ मछली संस्कृति का उल्लेख करते हैं। सदियों से, भारत में छोटे तालाबों में पारंपरिक तरीकों से मछली पालन किया जाता रहा है। उन्नीसवीं शताब्दी की शुरुआत मत्स्य पालन में महत्वपूर्ण प्रगति हुई, जब टैंक में कार्प के नियंत्रित प्रजनन की जाने लगी, जहां नदी की स्थिति का अनुकरण किया जाता है ताकि मछली पालन अंतर्देशीय जल श्रोत में किया जा सके।