प्रोबायोटिक एक प्रकार के खाद्य पदार्थ होते हैं, जिसमें जीवित जीवाणु या सूक्ष्मजीव शामिल होते हैं। प्रोबायोटिक के सूक्ष्मजीव उपयोगकर्ता के लिए फायदेमंद होते हैं।
मानव और मुर्गी पर प्रोबायोटिक्स के उपयोग से होने वाले लाभों को देखते हुए कोजसा (Kozasa) ने एक्वाकल्चर में प्रोबायोटिक्स को सबसे पहले इस्तेमाल किया था ।
1991 में, पोरबैंक ने बेसिलस प्रोबायोटिक के उपयोग को प्रलेखित किया जो झींगा की खेती की उत्पादकता को बढ़ाने और अमोनिया और नाइट्राइट को कम करके पानी की गुणवत्ता में सुधार करने की क्षमता को दर्शाता था।
मछली जल्दी बढ़े इसके लिए हमे प्रोबायोटिक का प्रयोग करना होगा।
प्रोबायोटिक के निम्नलिखित फायदे है: